मत पूछ के कितनी मोहब्बत है तुझसे ऐ बेखबर हमको...
बारिश भी छू ले तुझे तो जलन बादलों से भी होती हैं हमको...
किन शब्दों में कहूँ कि मुझे तुम्हारी आदत हो गई है...
ये खूबसूरत मोहब्बत तेरी अब मेरी इबादत हो गई है...
क़ाबिल ए तारीफ़ है, तेरी चाहत,
चंद मुलाक़ातें क्या कर ली हमने,
तेरे इश्क़ के रंग में पूरे ही रंग गये..
दीवानगी में कुछ ऐसा कर जाएंगे,
मोहब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे,
दिल बनकर तुम धड़कोगे हमारे सीने में,
और सांस बनकर जीवन में तेरे हम आएँगे...
प्यार करो इंसान से, उसकी आदत से नहीं,
रुठो उनकी बातों से मगर उनसे नहीं....
भूलो उनकी गलतियाँ पर उनको नहीं....
क्योंकि रिश्तों से बढकर कुछ भी तो नहीं.....
साँसे है, धड़कने भी है... बस दिल तुम्हे दे बैठी हूँ,
अजीब हालत है कि जिन्दा हूँ, पर जान हार बैठी हूँ….
मेरी आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,
तुम से ही है वजूद मेरा, मेरी ही पहचान हो तुम,
मैं ज़मीन हूँ गर जहान में तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो जानम मेरे लिए तो सारा जहान ही हो तुम....
ना दिल से होता है, ना दिमाग से होता है,
ये प्यार तो हमेशा इत्तेफाक से होता है,
और प्यार करके प्यार मिल जाये सच्चा,
ऐसा ईतफाक किसी किसी के साथ होता है....
मोहब्बत की शमा जला कर तो देखो,
जरा दिल की दुनिया सजा कर तो देखो,
तुम्हें हो न जाए मोहब्बत तो कहना,
जरा हमसे नजरें मिला कर तो देखो...
जहाँ प्यार जताना पड़ता है,
असल में वहां प्यार है ही नहीं..
क्योंकि प्यार बस एक एहसास है,
जो केवल महसूस किया जा सकता है…
बहुत वक़्त लगा हमें आप तक आने में,
बहुत फरियाद की रब से तुम्हे पाने में,
कभी यह दिल तोड़ कर चले मत जाना,
हमने उम्र लगा दी आपको सनम पाने में....
तेरे प्यार मे... भले ही दो पल की हो जिंदगी बहुत है,
एक पल की हंसी... और एक पल की खुशी बहुत है,
यह दुनियाँ... मुझे भले ही जाने, या ना जाने,
बस तेरी आंखे मुझे पहचाने मेरे लिए यही बहुत है...
तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है,
दिल-ओ-नजर को रुला-रुला के देखा है,
तू नहीं तो कुछ भी नहीं है तेरी कसम से,
मैंने कुछ पल के लिए तुझे भुला के देखा है...
किसी को अपना बनाओ तो दिल से बनाओ,
जुबान से नहीं और किसी पर गुस्सा करो तो,
जुबान से करो….. दिल से नही…..
क्योंकि सुई में वही धागा पार हो सकता है,
जिस धागे में कोई भी गांठ नहीं हो...
बड़ा गुरूर था हमे खुद पर कि,
कोई हमे खरीद नहीं सकता,
पर तेरी एक नजर ने हमको,
तेरे दीदार का फकीर बना दिया....
अजीब है तेरी ये मोहब्बत, अजीब है तेरी ये आदत....
न याद करने का हक़ देते हो, न भूल जाने की इजाज़त....
जिंदगी में कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
जिंदगी में कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
जो है पास आपके उसको सम्भाल कर रखना,
क्योंकि एक बार खोकर प्यार दोबारा नही मिलता।
किसको मालूम था देखते देखते,
आंखों आंखों में इज़हार हो जाएगा,
दोनों थे अजनबी ये ख़बर किस को थी,
एक मुलाक़ात मे प्यार हो जाएगा.....
शरारत ना होती तो, शिकायत ना होती,
पलट कर देखने की, बेकरारी ना होती,
शायद उनसे, महोब्बत हो गई हमको,
वरना ये अदा, ये नज़ाकत उनकी ना होती....
कुछ लोग खोने को प्यार कहते हैं,
तो कुछ पाने को प्यार कहते हैं,
पर सच में यारा हम तो,
बस निभाने को प्यार कहते हैं......
पुकार 🗣 भी लो नाम हमारा 😎 हम तो कब ⏱ से तुम्हारे 😍 हैं,
कोई आवाज नही ❌ की हमने, दिल ❤ भी चुपके से हारे 💟 हैं.....
अपनी साँसें 👃🏻 अपनी आहें 🙇🏻♂️🤦🏻♂️ हम 😎 तुम 🙂 पर वार 😍 बैठे हैं....
ऐ मोहब्बत 💖 तेरे सदके 💝 पे हम ख़ुद को 👤 हार ❤👎🏻 बैठे हैं.....
अपनी खुशियाँ 😊😆😄 लुटाकर 😥😭 मैं 😎🦸🏻♀️ तुझ 🙂🦸🏻♂️ पर कुर्बान 😍 हो जाऊँ....
काश 🤔, कुछ दिन 🌅 तेरे 🙂🦸🏻♂️ शहर 🏙 की मैं 😎🦸🏻♀️ भी मेहमान 🏨🏩 हो जाऊँ....
तू 🙂🦸🏻♂️ जब देदे 😍 अपना नायाब दिल 😍😘 मुझको 😎🦸🏻♀️ तो....
मांगने 🙏🏻 पर मुकर 🤨😏 करके मैं 😎🦸🏻♀️ बेईमान 🦹♂️🦹♀️ हो जाऊँ....
अगर हम 😎 सुधर 👨🏻💼🕴🏻👩🏻💼 गए तो उनका 👤 क्या ❓ होगा,
जिनको 🙂 हमारे पागलपन 🤸🏻♀️😜🤡🤸🏻♂️ से प्यार 😍🤩 है.....
दिल ❤ चाहता 😍 हैं, आज 🌅 फिर एक पैगाम 💌 दे दूँ,
मरते दम 😐 तक, चाहने 😘 की जुबान 🤝🏻 दे दूँ,
ना ❌ कोई हसरत 🤩 रखूं, और ना ❌ कोई आरजू 🤔,
बस... उन की खामोशी 🤐 को ही,
मै वफ़ा 🥰 का नाम दे दूँ.....
हर एक रिश्ते 👫 को नाम की ज़रूरत ⁉ नही ❌ होती,
जब कोई अजनबी 👤 अपना 👥 लगे 💑, बस वही 😍😍 मोहब्बत 🥰💖💓🥰 है....
कुछ नही ❌ चाहिए हमें 😎....
आपके लबो 👄 पर हमारा 😎 नाम ही काफी है....
आप दिल 💖 में रहते 💓💗 हो....
जीने 🧬 के लिए बस ये अरमान 😍🤩 ही काफी हैं....
ये कौन ❓ सा रिश्ता 🤝🏻👬 है, जो दोनों 👬 को बांध 🔗 रखा है....
हमने आपको देखा 👨🦯😎🦯 नहीं ❌, फिर भी खुदा 🛕 से मांग 🤲🏻 रखा है....
हम 👩🏻🎤😎👨🏻🎤 भी कुछ प्यार ❤💖 के गीत 🎶🎶 गाने 🎤 लगे हैं,
जब से ⏳⌚⌛ ख़्वाबों 🤔💭 में मेरे वो आने लगे हैं....